खुद से यह सवाल कीजिये - क्या आप आर्थिक रूप से वहाँ पर है जहा आप होना चाहते है ? , क्या आपने अगले महीने से ज्यादा बचत करना तय किया है ? या यह सोचते है कि बचत शुरू करने के लिए आपकी उम्र अभी काम है ? इन सवालो के जवाब बताएँगे की पैसे के बारे में आपका नजरिया क्या है , भविस्य में आपकी फाइनेंसियल पोजीशन क्या होने वाली है , इसी से बचत , निवेश और खर्च भी तय होता है। सही तरीका हमारे भविस्य को और भी बेहतर बनाएगा , लेकिन गलत तरीका हमें आर्थिक संवृद्धि के रास्ते से दूर ले जा सकता है। और कर्ज के भयानक जाल में भी फंसा सकता है। इसलिए पैसो के बारे में ये निम्न बाते अपने आप से कहना बंद कर दीजिये - कठिन परिश्रम करता हूँ इसलिए पैसे खर्च करने का हक है। - कुछ बाते स्पष्ट कर लीजिये , पैसे से आप जिंदगी का आनंद उठा सकते है , लेकिन कठिन परिश्रम से कमाए हुए इन पैसो को जिंदगी के आनंद के नाम पर फिजूलखर्च करना कही से भी बुद्धिमानि नहीं कहा जा सकता है। आर्थिक भविष्य सुरक्षित करने और लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आपको पैसे खर्च करने का हक है , लेकिन कमाई से ज्यादा खर्च करने का नहीं। कठिन परिश्रम