एकाउंटेंट बनने के लिए आपको कुछ खास योग्यताएं और कौशल हासिल करने होंगे। यहां एक विस्तृत मार्गदर्शन दिया गया है:
1. एकाउंटेंट के लिए शिक्षा -
* 12वीं कक्षा: कॉमर्स स्ट्रीम से 12वीं पास होना जरूरी है। हालांकि, अन्य स्ट्रीम से भी आप अकाउंटेंट बन सकते हैं लेकिन आपको कुछ अतिरिक्त कोर्स करने पड़ सकते हैं।
* स्नातक की डिग्री: कॉमर्स, अकाउंटेंसी, या बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री होना बेहतर होता है। यह आपको अकाउंटिंग के बुनियादी सिद्धांतों और अवधारणाओं को समझने में मदद करेगा।
वैसे देखा जाए तो एकाउंटिंग का कार्य अब एक कौशल के रूप मे देखा जाता है, आप के पास डीग्री के साथ कार्य का अनुभव भी होना नितांत आवश्यक है, यह एक निरन्तर सिखने की प्रकिया है, जो कभी पूर्ण नही होती।
एकाउंटेंट की कार्य प्रणाली जानने के लिए क्लिक कीजिए-
एकाउंटेंट का कार्य अब काफी विस्तृत हो चुका है, इसलिए समय की मांग के अनुसार अब इसके लिए कई प्रोफेशनल कोर्स भी किये जाते है।
इसके लिए जो प्रमुख प्रोफेशनल कोर्स है वो निम्न है-
एक एकाउंटेंट के लिए प्रोफेशनल कोर्स:
* चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA):
यह एक बहुत ही प्रतिष्ठित प्रोफेशनल कोर्स है। इसे करने के लिए आपको CA फाउंडेशन, इंटर और फाइनल तीनों लेवल पास करने होते हैं। सीए कोर्स मुख्य रूप से वित्त, लेखा-परीक्षा और कराधान पर केन्द्रित है। सीए को व्यक्तिगत, व्यावसाय, और संगठन के लिए
* कॉस्ट अकाउंटेंट (CMA):
यह कोर्स उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो लागत लेखांकन में विशेषज्ञ बनना चाहते हैं।
* कंपनी सचिव (CS):
यह कोर्स कॉर्पोरेट मामलों में विशेषज्ञ बनने के लिए किया जाता है।
उपरोक्त कोर्स एकाउंटिंग फिल्ड के मुख्य कोर्स है , ये भारतीय संसद के द्वारा अधिकृत सम्मानित संस्थाओ के द्वारा सन्चालित कोर्स है।
उपरोक्त के अतिरिक्त की अन्य कोर्स भी है जिन्हे आप कर सकते है-
1> CPA (Certified Public Accountant)-
CPA बनने के लिए आपको AICPA ( American Institute of Certified Public Accountant) की परीक्षा उत्तीर्ण करनी पड़ती है, इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के पश्चात आप अन्तरराष्ट्रीय स्तर के एकाउंटेंट बन जाते है दुसरे शब्दो मे कहे तो आप एकाउंटिंग , वित्त और लेखा परीक्षण मे विशेषज्ञ बन जाते है।
2> CMA ( Cost and Management Accountant)
CMA की डीग्री आपको लागत लेखांकन और प्रबंधन लेखांकन मे विशेषज्ञता प्रदान करता है। यह डिग्री लेने के लिए आपको IMA (Institute of Management Accountants) द्वारा आयोजित परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। इस कोर्स को करने के बाद आपको लागत नियंत्रण में विशेषज्ञता हाशिल हो जाएगी।
3> CFP (Certified Financial Planner)
4> ACCA (Association of Chartered Certified Accountants):
* गणित और संख्यात्मक कौशल:
* विश्लेषणात्मक कौशल:
डेटा का विश्लेषण करने और उसका अर्थ निकालने की क्षमता होना जरूरी है।
* संचार कौशल:
ग्राहकों और सहकर्मियों के साथ प्रभावी ढंग से संवाद करने की क्षमता होना जरूरी है।
* कंप्यूटर कौशल:
MS Excel, Tally, और अन्य अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर का ज्ञान होना जरूरी है।
3. अनुभव:
* इंटर्नशिप:
अकाउंटिंग फर्म में इंटर्नशिप करके आप व्यावहारिक अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
* आर्टिकलशिप:
CA कोर्स करने के दौरान आपको आर्टिकलशिप करनी होती है, जिसमें आप एक चार्टर्ड अकाउंटेंट के साथ काम करते हैं।
4. अन्य योग्यताएं:
* धैर्य: अकाउंटिंग में धैर्य और लगन की आवश्यकता होती है।
* सटीकता: आपको संख्याओं के साथ सटीक होना होगा।
* समय प्रबंधन: आपको समय का प्रबंधन करना आना चाहिए क्योंकि अकाउंटिंग में समय सीमाएं होती हैं।
एकाउंटेंट बनने के फायदे:
* अच्छी नौकरी के अवसर: अकाउंटेंट की मांग हमेशा रहती है।
* अच्छा वेतन: अकाउंटेंट्स को अच्छा वेतन मिलता है।
* कैरियर ग्रोथ: आप अपने करियर में ऊंचे पदों तक पहुंच सकते हैं।
* समाज में सम्मान: अकाउंटेंट्स को समाज में सम्मान मिलता है।
कहां से करें पढ़ाई:
* कॉलेज और विश्वविद्यालय: आप किसी अच्छे कॉलेज या विश्वविद्यालय से कॉमर्स या अकाउंटेंसी में स्नातक की डिग्री कर सकते हैं।
* प्रोफेशनल संस्थान: आप ICAI, ICWAI, या ICSI जैसे प्रोफेशनल संस्थानों से प्रोफेशनल कोर्स कर सकते हैं।
* ऑनलाइन कोर्स: आप कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अकाउंटिंग के कोर्स कर सकते हैं।
अतिरिक्त सुझाव:
* अपने ज्ञान को अपडेट रखें: अकाउंटिंग के क्षेत्र में लगातार बदलाव होते रहते हैं इसलिए आपको अपने ज्ञान को अपडेट रखना चाहिए।
* नेटवर्किंग: अन्य अकाउंटेंट्स के साथ नेटवर्किंग करें।
* अपने कौशल को विकसित करें: नए कौशल सीखते रहें।
अगर आप अकाउंटेंट बनना चाहते हैं तो यह आपके लिए एक अच्छा करियर विकल्प हो सकता है।
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